Monday, October 17, 2022

मन तेरा है, तन तेरा है मैं जो कुछ भी हॅूं, तेरा हॅूं!

मन तेरा है, तन तेरा है 
मैं जो कुछ भी हॅूं, तेरा हॅूं!  
मैं तेरा हॅूं! मैं तेरा हॅूं! ध्रु. 

ऑंसू तेरे, हँसना तेरा 
जो भाव चित्त में, सब है तेरा 
मैं तेरा हॅूं! मैं तेरा हॅूं!१ 

धन तेरा है, सुख तेरा है 
करनी तेरी, फल तेरा है 
मैं तेरा हॅूं! मैं तेरा हॅूं!२ 

तू सुंदर है, मतवाला है 
तू दयाधर्म का दानी है – 
जो कुछ भी मिले मुझको तुझसे – 
मैं उसमें मोद मनाता हॅूं 
मैं तेरा हॅूं! मैं तेरा हॅूं!३ 

रचयिता : श्रीराम बाळकृष्‍ण आठवले 
(शिर्डीच्‍या साईबाबांच्‍या चरित्रावर आधारित काव्‍य)

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