नको शोक जे नश्वर त्याचा
सांगे गीता!१
मी नच कर्ता, फल न लगे मज
सांगे गीता!२
विहित कर्म हे भगवत्पूजन
सांगे गीता!३
अभ्यासे मन आवरताहे
सांगे गीता!४
आत्मतत्त्व सर्वत्र नांदते
सांगे गीता!५
स्थितप्रज्ञ जो जगी धन्य तो
सांगे गीता!६
दे धैर्याने तोंड प्रसंगा
सांगे गीता!७
तत्त्वासाठी युद्ध करावे
सांगे गीता!८
स्वर्गनरक या जीवनांतरी
सांगे गीता!९
अंतरात भगवंत नांदतो
सांगे गीता!१०
जनी जनार्दन कसा पाहावा
सांगे गीता!११
पार्थ नि माधव एक तत्त्वतः
सांगे गीता!१२
नकोस समजू हीन आपणा
सांगे गीता!१३
स्वभाव सात्त्विक यत्ने होतो
सांगे गीता!१४
मी गंगा तू कर अवगाहन
सांगे गीता!१५
रचयिता: श्रीराम बाळकृष्ण आठवले
१८.१०.१९८२
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